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पीएम मोदी ने दिया 11 राज्यों को वंदे भारत ट्रेनों का तोहफा।

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PM Modi Flag off Vande Bharat Express : पीएम नरेंद्र मोदी अलग-अलग राज्यों को 9 वंदे भारत ट्रेन का तोहफा देने जा रहे हैं. इनमें राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना समेत 11 राज्य शामिल हैं  VANDE BHARAT EXPRESS  : माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी 24 सितंबर को 9 नईं ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के ज़रिए ट्रेनों की शुरुवात की जो की 11 राज्यों के धार्मिक और पर्यटक स्थलों को जोड़ने का काम करेंगी। इन ट्रेनों के चलने से लोगो का 2 से 3 घंटे तक का समय बचेगा क्युकी वंदे भारत ट्रेनों की रफ्तार काफ़ी तेज़ होगी। इन 9 ट्रेनों के साथ देश में अब सेमी-हाई-स्पीड ट्रेनों की कुल संख्या 34 हो गई है। पीएम मोदी के इस कदम से 11 राज्यों को फायदा होगा जिनमे राजस्थान, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात और कर्नाटक जैसे राज्य शामिल हैं।  *पीएम बोले - अब कागज़ों में ही नही, पटरी पर भी उतर रही है रेल* ट्रेनों के लॉन्च के बाद पीएम मोदी बोले कि सरकार मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी पर ध्यान केंद्रित कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यात्रा म

LPG Cylinder Price: अक्टूबर के पहले दिन आई खुशखबरी, सस्ता हो गया गैस सिलेंडर, देखें नया रेट।।

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अक्टूबर महीना शुरू होते ही मिली राहत भरी खबर पेट्रोल और गैस सप्लाई करने वाली कंपनियों ने गैस कीमतों पर कटोटि करके राहत पहुँचायी। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की वेबसाइट के मुतबिक आज कॉमर्शियल गैस सलेंडेर यानी 19 किलो ग्राम वाले सिलेंडर  पर 37.50 रुपये प्रति सिलेंडर तक दाम घटे राजधानी दिल्ली में अब 19 किलो ग्राम वाले सिलेंडर का दाम 1859.50 रुपये हो गया हैं। हालाँकि घरेलू गैस सिलेंडरो पर कोई राहत नही मिली, घरों में इस्तेमाल होने वाले 14.2 किलो के सिलेंडर की क़ीमत 1053 रूपय हैं। पिछलें महीने भी इसमें 50 रूपय की बढ़ोतरी की गई थी। बदलाव केवल कॉमर्शियल सिलेंडरो पर हुआ हैं। इससे बिजली उत्पादन, उर्वरक बनाने और वाहन चलाने के उपयोग में आने वाली गैस महंगी होने की उम्मीद हैं। प्राकृतिक गैस कीमत में सीएनजी और पाइप से रसोई तक पहुँचने वाली पीएनजी गैस के दाम भी बढ़ सकते हैं। नये रेट आज सुबह 6 बजे से लागू हो चुके हैं। कॉमर्शियल गैस सिलेंडरों में लगातार छठवी बार कटोती की गई है। वही घरेलू गैस सिलेंडरो के दाम स्थिर बने हुए हैं। OMCs की कटोती की और से आज की कटोतीके बाद सिलेंडर आज दिल्ली में 25.5 रूपये

UP में कहां हुआ भैंस के बच्चे का मुंडन, जानकर हो जाएंगे हैरान।।

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उत्तरप्रदेश के हरदोई जिला के बघौली थाना के सुन्नी गांव में एक किसान जिनका नाम प्रमोद श्रीवास्तव हैं। उन्हों ने विधि विधान से भैंस के बच्चे का मुंडन कर संस्कार कराया और वहीं किसान ने करीब 300 लोगों को दवात भी दी। दरअसल किसान ने देवी माँ से मन्नत मांगी थी। उन्होंने बताया कि उनकी भैंस से होने वाले बच्चे चार महीने में ख़त्म हो जाते थे। जिन्हें लेकर वे काफी दिनों से परेशान थे। उन्होंने अपने गांव के देवी माँ के मंदिर में मन्नत मांगी थी और उन्हें पुरा भी किया।  आखिर कैसे ये इतना लोकप्रिया रहा।  जब उनकी मन्नत पुरी हुई तो उन्होंने ढोल नगाड़ो की धुन पर महिलाओें और ग्रामीणों की मौजूदगी में देवी मंदिर पर मुंडन किया गया। किसान ने माँ दुर्गा की चौखट पर प्रथम नवरात्र के दिन कार्यक्रम को संपन्न करवाया। करीब तीन साल पहले इस भैंस ने पड़िया को जन्म दिया था अब उसका मुंडन कराया गया। किसान के मुताबिक माँ ने उनकी पुकार सुन ली और उनकी पड़िया अभी तक जीवित रही। इसमे उन्होंने रिश्तेदार के अलावा मित्र और नजदीकियों को भी बुलाया। अगर किसान की माने तो उनके मुताबिक इस कार्यक्रम में 95 हजार रूपया खर्च हुआ हैं।   यह म

विदेश मंत्री S Jaishankar ने बताया भारत की तीन सबसे बड़ी भूल, जिसके कारण चीन का विकास सब क्षेत्र में हुआ अधिक।।

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अमेरिका के न्यूयॉर्क में, संयुक्त राष्ट्र के प्रत्येक सदस्य अपने देशों का प्रतिनिधित्व करने के लिए अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। हमारे विदेश मंत्री, एस जयशंकर भी भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस चल रहे दौरे में, कोलंबिया विश्वविद्यालय में एक साक्षात्कार आयोजित किया गया था जहाँ उनसे एक प्रश्न पूछा गया था कि ऐसी कौन सी गलतियाँ हैं, जिनके कारण चीन का विकास भारत से अधिक हुआ है। इस प्रश्न का उत्तर देते हुए एस. जय शंकर ने भारत की 3 बड़ी भूलों को चिन्हित किया। 1947 में पहली भूल। भारत और पाकिस्तान के बीच विभाजन, अगर हम सही दृश्य देखें तो हम देखते हैं कि भारत के विभाजन ने राजनीतिक और आर्थिक दोनों रूप में बड़े कमी को जन्म दिया। उसके बाद हमने कभी भी विस्तार के लिए सही काम नहीं किए जबकि चीन ने 1949 से अब तक अपने क्षेत्र का विस्तार किया है। दूसरी गलती है आर्थिक सुधार। एस जयशंकर ने कहा कि अगर हम आर्थिक सुधारों को देखें तो हमने चीन की तुलना में बहुत देर से निर्णय लिए हैं। चीन ने भारत से 15 साल पहले आर्थिक सुधार यानि 1978 में किया जिसका अंतर हमे आज भी देखने को मिल रहा हैं।

जानें भारत का पहला विमानवाहक पोत की पूरी कहानी और इससे कैसे बढ़ेगी भारत की ताकत।।

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INS विक्रांत देश का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर (विमान वाहक जहाज )है। ये जहाज देश के समुद्री इतिहास में बनाया गया था और यह अब तक का सबसे बड़ा जहाज है। इसके एयरबेस में लगा हुआ स्टील भी स्वदेशी है, जिसे भारत के वैज्ञानिको ने ही विकसित किया है। INS विक्रांत की अपनी एक खूबी है, एक ताकत है। आज भारत भी विश्व के उन देशो मे शामिल हो गया है, जो स्वदेशी तकनीक से इतने विशाल एयरक्राफ्ट कैरियर का निर्माण करता है। यह भारत में बना सबसे बड़ा युद्धपोत है, इसमें 30 एयरक्राफ्ट रखने की क्षमता हैं और वहीं 2300 कम्पार्टमेंट के साथ 15 डेक है जो लगभग 1500जवानो को ले जा सकती है। मल्टी-स्पेशलिस्ट अस्पताल, पूल, वहीं इसमें महिला अवसरों के लिए भी केबिन खुलवाया गया है। क्या करता है INS विक्रांत? एक विमानवाहक पोत एक बड़ा, सपाट डेक वाला एक युद्धपोत है जहां लड़ाकू जेट उड़ान भर सकते हैं और उतर सकते हैं। यह समुद्र में एक हवाई क्षेत्र के रूप में कार्य करता है। फ्लैगशिप अक्सर एक युद्ध समूह की कमान संभालता है और विध्वंसक, फ्रिगेट और पनडुब्बियों के हमले से सुरक्षित करता है। INS विक्रांत

ऑस्ट्रेलिया में भारतीय वायुसेना का परचम, पिचब्लैक 22 में भारत नंबर-1 - जानें पूरी खबर।।

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भारतीय वायु सेना का दल ऑस्ट्रेलिया में एक्सरसाइज पिच ब्लैक 22 अभ्यास में कई देशों की सेनाओं के साथ अभ्यास में सफलतापूर्वक भागीदारी के बाद वापस लौट आया है। एक्सरसाइज पिच ब्लैक की मेजबानी रॉयल ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना ने अपने डार्विन एयरबेस पर की थी। बता दें कि इन तीन सप्ताह की अवधि में चले इस अभ्यास कार्य में 17 देशों (ऑस्ट्रेलिया, भारत, जर्मनी, फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात, मलेशिया, अमेरिका, न्यूजीलैंड, इंडोनेशिया, सिंगापुर, जापान, कोरिया गणराज्य, यूके, फिलीपींस, थाईलैंड, कनाडा और नीदरलैंड) की 2500 से अधिक सैन्य कर्मियों ने इस बहुराष्ट्रीय अभ्यास कार्यक्रम में भाग लिया। आईएएफ की टुकड़ी में चार सु-30 एमकेआई और दो सी-17 विमान शामिल थे।  भाग लेने वालों देशों ने दिन रात मेहनत करके विभिन्न बहू विमान युद्ध अभ्यासों में भाग लिया, जिसमें जटिल हवाई परिदृश्यों का अनुकरण किया गया और जिसमें बहुत सी संरचनाएं शामिल थी। इस बहुराष्ट्रीय अभ्यास ने वायु सेना को सर्वोत्तम प्रथाओं और अनुभवों को साझा करने का सुनहरा अवसर प्रदान किया।  आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस आयोजन में एक सहयोगा

जानिए भारत की मेट्रो नेटवर्क के बारे में, आखिर कब और कैसे हुई शुरुआत।।

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भारत देश का सबसे पहला मेट्रो की शुरुआत 1984 में कोलकाता में हुई थी। यूं तो वर्तमान में  भारत के कुल 14 नेटवर्क है जहां मेट्रो दौड़ रही है और यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि पिछले कुछ दशक में भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से वृद्धि हुई है। इससे जनता की भलाई के विभिन्न Iक्षेत्रों का विकास हुआ है। परिवहन कोई अपवाद नहीं है। मेट्रो रेलवे का शहरों पर बहुत प्रभाव पड़ता है, चाहे वह रहने की स्थिति या अचल संपत्ति की कीमतों के संबंध में हो। वहीं देश के पास पहले से ही दुनिया के सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क का रिकॉर्ड है, इसकी प्रगति की गति को देखते हुए वह दिन दूर नहीं जब भारत सबसे बड़े मेट्रो रेल नेटवर्क का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लेगा। वर्तमान समय में, भारत में मेट्रो नेटवर्क 500 किमी से अधिक तक फैला हुआ है। इसके अलावा, देश के 14 शहरों में 600 किमी से अधिक मेट्रो सिस्टम अभी भी प्रगति पर हैं।  भारत में मेट्रो नेटवर्क 1. कोलकाता मेट्रो रेल नेटवर्क 2. दिल्ली 3. मुम्बई 4. बंगलोर 5. चेन्नई 6. हैदराबाद 7. अहमदाबाद 8. रैपिड मेट्रो गुड़गांव रेल नेटवर्क  9. जयपुर  10.नोएडा एक्वा लाइन मेट्रो रेल नेटवर

अरविंद केजरीवाल की Make India No.1 Scheme से क्या मिलेगा आपको लाभ ? कैसे जुड़े -पढ़े पूरी जानकारी।।

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दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने तालकटोरा स्टेडियम में एक कार्यक्रम के दौरान “मेक इंडिया नंबर वन" कैंपेन लॉन्च किया है। इस स्कीम के तहत मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भारत एक महान देश है। भारत की सभ्यता हजारों साल पुरानी है। एक समय भारत का डंका पूरी दुनिया में बजा करता था। आज हम एक राष्ट्रीय मिशन की शुरुआत करने जा रहे हैं। हमे 130 करोड़ लोगों को इस मिशन के साथ जोड़ना है। दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल ने “मेक इंडिया नंबर वन" कार्यक्रम की नींव रखी। देश (राष्ट्र) को समर्पित यह मिशन भारत को दुनिया भर में पहले स्थान पर पहुंचाने के लिए शुरू किया गया है। क्या है “मेक इंडिया नंबर वन" मिशन? मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अनुसार मेक इंडिया नंबर वन मिशन का राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। यह एक राष्ट्र मिशन है, जिसे पूरा करने के लिए वह हर राजनीतिक पार्टी और देश की 130 करोड़ आबादी वाली जनता से साथ आने के लिए आग्रह करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 75 साल से देश ने एक दूसरे से लड़ने में निकाल दिए। यही कारण ह

76 वां स्वतंत्रता दिवस : हर घर तिरंगा अभियान ने विश्व में तोड़े रिकॉर्ड, देशभक्ति के रंग में डूबा भारत।।

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भारत इस वर्ष आजादी का 75वां वर्षगांठ मनाने जा रहा है। भौगोलिक, धार्मिक व सांस्कृतिक विविधता वाला यह देश आजादी के 75 सालों में मोहब्बत व नफरत के कई पड़ाव से होकर गुजरा है। साल 1947 में भारतीयों ने इस दिन ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी, यह भारत का राष्ट्रीय त्योहार है। इस दिन भारत ब्रिटिशों के औपनिवेशिक शासन से मुक्त हो गया था। इस वर्ष 15 अगस्त के उपलक्ष्य में हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है, ताकि लोगों को भारतीय ध्वज फहराने व घर लाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। अगस्त के शुरुआती दिनों से ही स्कूल, कॉलेज से लेकर देश के सरकारी विभागों में तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है। साथ ही स्वतंत्रता दिवस के दिन विशेष कार्यक्रम के आयोजन की तैयारियां भी चल रही हैं।  आखिर क्यों मनाया जाता है 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस? 15 अगस्त वह दिन है जब हमें अग्रेजों से आजादी मिली थी।माउंटबेटन भारत के अंतिम ब्रिटिश गवर्नर-जनरल थे। जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान कई वर्षों और महीनों के संघर्ष, कठिनाई और अहिंसा अभियानों के बाद ब्रिटिश संसद ने आखिरकार लॉर्ड माउंटबेटन को 30 जून 194

भारत के नेशनल कैलेंडर को कितना जानते हैं आप? जानिए भारत में अपनाए जाने वाले विभिन्न कैलेंडर।।

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कैलेंडर सामाजिक, धार्मिक, व्यावसायिक या प्रशासनिक कारणों से दिनों और महीनों को व्यवस्थित करने का एक तरीका है। यह आगामी घटनाओं की सूची को भी दर्शाता है। दूसरे शब्दों में, हम कह सकते हैं कि एक कैलेंडर विभिन्न उद्देश्यों के लिए दिनों के आयोजन का एक भौतिक रिकॉर्ड है। भारत में चार प्रकार के कैलेंडर है। इस लेख के माध्यम से हम आपको भारत के राष्ट्रीय कैलेंडर के बारे में बता रहे हैं। 1) शक कैलेंडर शक युग ने शक संवत की शुरुआत को चिह्नित किया, एक ऐतिहासिक हिंदू कैलेंडर जिसे बाद में वर्ष 1957 में भारतीय राष्ट्रीय कैलेंडर' के रूप में पेश किया गया था। माना जाता है कि शक युग की स्थापना शतवाहन वंश के राजा शालिवन्नान ने की थी। शक कैलेंडर में 365 दिन और 12 महीने होते हैं जो ग्रेगोरियन कैलेंडर की संरचना के समान है। शक संवत का पहला महीना चैत्र है जो 22 मार्च से शुरू होता है जो अधिवृष के दौरान 21 मार्च से मेल खाता है। 2) विक्रम संवत (हिंदू चंद्र कलेंडर) विक्रम संवत, जिसे विक्रमी कैलेंडर भी कहा जाता है, भारत में हिंदुओं के लिए एक ऐतिहासिक कैलेंडर है। विक्रम संवत नेपाल का आधिकारिक कैलेंडर भी

"मैं भारत हूं फाउंडेशन" ने किया भव्य कार्यक्रम कहा, भारत का हो संवैधानिक एक ही नाम, इंडिया नहीं 'भारत' ही असली पहचान।।

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राजधानी दिल्ली के अंबेडकर भवन में भारत मां की आजादी के 75वें वर्ष की पूर्णता पर पूरा देश मना रहा अमृत महोत्सव जिसके उपलक्ष्य पर "मैं भारत हूँ फाउंडेशन" द्वारा भारतीय प्रतिबिम्ब कल-आज और कल की ओर कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली के अम्बेडकर इंटरनेशनल सेन्टर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व सरस्वती माता के वंदना के साथ कि गई वहीं "मैं भारत हूं फाउंडेशन" द्वारा भारत माता के ऊपर लिखा गया गीत भी प्रस्तुत किया गया, जिसके बाद भव्य कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ। बता दें कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत का संवैधानिक रूप से एक ही नाम होना चाहिए जिसके लिए मैं भारत हूँ फाउंडेशन मांग उठा रहा है। क्या है कार्यक्रम का मकसद? 'मैं भारत हूँ फाउंडेशन’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिजय कुमार जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि आज पूरा देश भारत मां की आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष पर अमृत महोत्सव पर तिरंगा मोहत्सव का आयोजन धूमधाम से कर रहा है लेकिन हमारी केवल एक ही मांग है कि देश का केवल एक ही नाम 'भारत' हो और इसी कड़ी को आगे बढाते हुए “मैं भारत हूँ” फाउंडेशन क

जानें भारत के किस राज्य में हिन्दू हुए अल्पसंख्यक।।

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केरल एक ऐसा राज्य है जहां पर इस राज्य की खूबसूरती में धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से देखने को मिलती है। जहां देश में सबसे पहले ईसाई धर्म और बाद में मुस्लिम धर्म ने दस्तक दी। देश का पहला चर्च और पहली मस्जिद केरल में ही है। दोनों ही धर्मों के बीच हिन्दू आबादी को धर्मान्तरित करने का लक्ष्य था, जो अब तक जारी है। केरल में हिन्दू आबादी के विघटन के बाद यहां मिली जुली संस्कृति निर्मित हो गई। इसके चलते ही इस भारतीय राज्य में वामपंथी वर्चस्व बढ़ गया। केरल को भारत का सबसे गरीब लेकिन सबसे शिक्षित राज्य माना जाता रहा है। लेकिन वर्तमान की बात करें तो इस राज्य में हिंदू की आबादी घटती जा रही है, तो आज हम आपको इस लेख के माध्यम से ये बताएंगे कि केरल में कुल कितने मंदिर हैं और आखिर क्यों केरल में  हिंदुओ की आबादी घटती जा रही है। केरल में कुल 7 प्रसिद्ध मंदिर है। जिनके नाम कुछ इस प्रकार से है। सबरीमाला संस्था मंदिर, श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर, वडक्कुनाथन मंदिर,अटुकल भगवती मंदिर, ताली मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, कवियूर महादेवर मंदिर, वैकोम मंदिर। ये सभी मंदिर केरल में प्रसिद्ध हैं और

Delhi Police : जानें दिल्ली के नए पुलिस कमिश्नर के बारे में सब कुछ, जिन्होंने ली राकेश अस्थाना की जगह।।

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तमिलनाडु कैडर के आईपीएस अधिकारी संजय अरोड़ा को रविवार 31 जुलाई, 2022 को दिल्ली पुलिस का नया आयुक्त नियुक्त किया गय और वह सोमवार यानी 1 अगस्त, 2022 को दिल्ली पुलिस के शीर्ष पुलिस अधिकारी के रूप में कार्यभार संभालेंगे और 31 जुलाई, 2025 तक अपने पद पर बने रहेंगे। बात दें कि इससे पहले दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना थें। कौन हैं दिल्ली पुलिस के नए कमिश्नर संजय अरोड़ा? तमिलनाडु कैडर के 1988 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं। उन्होंने जयपुर के मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। आईपीएस में शामिल होने के बाद, उन्होंने तमिलनाडु पुलिस में विभिन्न पदों पर कार्य किया। वह स्पेशल टास्क फोर्स के पुलिस अधीक्षक (एसपी) थे, जहां उन्होंने वीरप्पन गिरोह के खिलाफ महत्वपूर्ण सफलता हासिल की, जिसके लिए उन्हें वीरता और वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री के वीरता पदक से सम्मानित किया गया।  जयपुर के रहने वाले हैं संजय अरोड़ा। संजय अरोड़ा मूल रूप से जयपुर के रहने वाले हैं। संजय नवंबर 2021