बेंगलुरु में चरमराया सड़क यातायात, लगा भारी ट्रैफिक जाम
Bengaluru Traffic Jam : जाम में फंसा बेंगलुरु, सुबह स्कूल को निकले हुए बच्चे रात को पहुंचे घर
28 सितंबर से 2 अक्टूबर के बीच 5 दोनों का लंबा साप्ताहिक अवकाश है. इसकी वजह से बुधवार (27 सितंबर) को सामान्य से दोगुना से अधिक गाड़ियां सड़कों पर उतर गईं.
भारत का सिलिकॉन शहर बेंगलुरु अपने ट्रैफिक के लिए चर्चा में रहता है। इसे दुनिया में रेंगने वाले ट्रैफिक के मामले में दूसरा स्थान हासिल है। छोटे से गंतव्य तक भी पहुंचने के लिए कई बार यहां घंटों का समय लग जाता है।
आज यह शहर एक बार फिर से अपने रोड ट्रैफिक को लेकर चर्चा में है। 27 सितंबर बुधवार को टेक कॉरिडोर कहे जाने वाले आउटर रिंग रोड (ORR) पर लगे भीषण ट्रैफिक जाम ने बेंगलुरु वासियों को रुला दिया।
कावेरी नदी जल विवाद, गणेश विसर्जन और कॉमेडियन ट्रेवर नूह के शो के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ने बेंगलुरु के सड़क यातायात को ध्वस्त कर दिया।
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में पुलिस उपायुक्त (यातायात, पूर्व) कुलदीप कुमार आर जैन ने कहा मरथल्ली से सरजापुर तक आउटर रिंग रोड पर भारी ट्रैफिक जाम है। कृपया आईटीबीटी कंपनियां अपने कर्मचारियों की ORR पर निकासी पर रोक लगाएं और जल्दबाजी न करें। क्योंकि यहां पहले से ही भयानक जाम लगा है।
महादेवपुरा टास्क फोर्स जो बेंगलुरु में सड़कों और यातायात प्रबंधन पर नियमित अपडेट देती है ने आउटर रिंग रोड पर लगे इस महाजाम की एक तस्वीर साझा की।
साथ ही उसने लिखा किसी सामान्य बुधवार की तुलना में आज का ट्रैफिक बेहद गरमाया हुआ है। सड़क पर वाहनों की जबरदस्त भीड़ है। बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस सड़क पर मौजूद है और स्थिति को संभालने की कोशिश कर रही है।
महादेवपुरा टास्क फोर्स ने एक्स पर यह भी लिखा कि पूरे रिंग रोड पर शाम से भारी ट्रैफिक दिखाई दे रहा है। सुबह भी लोग ऑफिस दो तीन घंटे देरी से पहुंचे थे। यदि आप अभी ऑफिस में हैं तो कृपया रात आठ बजे के बाद ही ऑफिस छोड़ें।
बेंगलुरु के कई नागरिकों ने एक्स पर लिखकर इस ट्रैफिक जाम पर अपनी भड़ास निकाली। लोग बहुत गुस्से में थे और सरकार और ट्रैफिक पुलिस को कोस रहे थे।
इनका कहना था हमने इतना भीषण ट्रैफिक जाम पहले कभी नहीं देखा। ऑफिस आने जाने में ही हमारे पांच छह घंटे खर्च हो गए।
वास्तव में 27 सितंबर को लगे इस ट्रैफिक जाम ने बेंगलुरु वासियों को डरा दिया है।
- DEV SANJAY
टिप्पणियाँ