एस जयशंकर ने ग्लोबल नॉर्थ को डबल स्टैंडर्ड की दुनिया बताया
दुनिया अब भी बहुत हद तक डबल स्टैंडर्ड वाली है' : विदेश मंत्री जयशंकर ने 'ग्लोबल नॉर्थ' पर साधा निशाना
EAM Jaishankar in UNGA: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि सांस्कृतिक पुनर्संतुलन का वास्तविक अर्थ दुनिया की विविधता को पहचानना, विश्व की विविधता का सम्मान करना और अन्य संस्कृतियों एवं अन्य परंपराओं का सम्मान करना है.
अमेरिका में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ग्लोबल नॉर्थ की हिप्पोक्रेसी पर जमकर निशाना साधा । जयशंकर ने कहा कि आज भी डबल स्टैंडर्ड वाली दुनिया है और यहां प्रभावशाली देश बड़े स्तर पर होने वाले बदलावों का विरोध करते हैं।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ’आज की दुनिया में बदलाव के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति के बजाय राजनीतिक दबाव है और अब यह भावना बढ़ती दिख रही है। ग्लोबल साउथ' इसे प्रतिबिंबित करना चाह रहा है, लेकिन इसका राजनीतिक प्रतिरोध भी हो रहा है।‘
एस जयशंकर ने यह भी संबोधित किया कि ’जो देश प्रभावशाली स्थितियों में हैं, वह ही बदलाव का प्रतिरोध कर रहे हैं। जिनका आज आर्थिक प्रभुत्व है, वे अपनी उत्पादन क्षमताओं का लाभ उठाते दिख रहे हैं और जिनका संस्थागत या ऐतिहासिक प्रभाव है, वे अपनी कई क्षमताओं का वास्तव में हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।'
जयशंकर द्वारा जी 20 समिट का भी जिक्र
विदेश मंत्री एस जयशंकर जी 20 को लेकर कहा कि यह किसी चुनौती से कम नहीं थी । साथ ही यह भी बोला कि उत्तर-दक्षिण देशों के बीच विभाजन की रेखा खींची है और ऐसे में सभी देशों को साथ लाकर एक एजेंडे पर बात करना आसान नहीं था।
- PRACHI KUMAWAT
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