लाल और नीला स्टिंग, जानिए दोनों में क्या है अंतर
आजकल यह सभी उम्र के लोगों में प्रचलित है विशेषकर युवाओं में यह बहुत लोकप्रिय हो रही है।
STING ENERGY DRINK : स्टिंग PepsiCo इंटरनेशनल का एक कार्बोनेटेड एनर्जी ड्रिंक है और Rockstar Inc. द्वारा निर्मित है। स्टिंग को सबसे पहले 2002 में वियतनाम में लॉन्च किया गया था। भारत में स्टिंग की शुरुआत 2017 में इसके लाल फ्लेवर से हुई। लाल स्टिंग के भारत में पांच वर्षों के सफल बिजनेस के बाद कंपनी ने इसका एक और फ्लेवर बाजार में उतारा। ब्लू करंट नामक यह नया स्टिंग नीले रंग का है।
लोगों को यह नया नीला फ्लेवर भी काफी पसंद आया और इसे भी एक सफल प्रॉडक्ट कहा जा सकता है।
लाल और नीले स्टिंग में रंग और फ्लेवर के अलावा कोई अंतर नहीं है। दोनों में चीनी और कैफीन की मात्रा समान है। दोनों में अंतर केवल इतना है कि नीला स्टिंग ब्लू करंट फ्लेवर में है और लाल बेसिक ओरिजनल फ्लेवर में।
अब सवाल यह उठता है कि क्या स्टिंग पीना सुरक्षित है? आइए इसे जानते हैं
स्टिंग एक उच्च कैफीनयुक्त एनर्जी ड्रिंक है। इसकी 250 ml बोतल में 72 मिलीग्राम कैफीन होता है। इतनी भारी मात्रा में कैफीन एनर्जी ड्रिंक की फीलिंग देता है। लेकिन इसका अधिक सेवन हाई ब्लडप्रेशर, दिल की धड़कन बढ़ना और दांतों की सड़न जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। अत: इसका सेवन सावधानी पूर्वक ही किया जाना चाहिए।
स्टिंग को दिन में एक बार से अधिक पीने की सलाह नहीं दी जाती है। इसमें बड़ी मात्रा में मौजूद कैफीन, चीनी और अन्य कैमिकल स्वास्थ्य के लिए प्रतिकूल साबित हो सकते हैं। यह बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए उपयुक्त नहीं है।
यदि इसे अधिक मात्रा में सेवन किया जाए यह एनर्जी ड्रिंक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। अत: स्टिंग पीने वालों को इसके सेवन से पहले इसके स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों से अवश्य ही परिचित होना चाहिए।
- DEV SANJAY
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