Religion update:क्या है माघ मास की महात्वता जाने कब होगी अबकी इसकी शुरुआत? Newshelpline
जहां 2022 खत्म होते नजर आ रहा है वहीं नई शुरुवात लेके 2023 भी हमारा इंतजार कर रहा है। 2023 की शुरुवात माघ महीने से होने वाली है , हिंदू धर्म में इस महीने को दान - पुण्य , त्याग , श्रद्धा भावना तप का माना जाता है , इस महीने में लोग गंगा स्नान के लिए जाते है , सूर्य देव और श्री हरि की पूजा आराधना में व्यतीत करते है ।हिंदू धर्म में ऐसा माना जाता है की जो व्यक्ति गंगा स्नान करता है उसको महा पुण्य की प्राप्ति होती है , उसके सारे दुःख दूर हो जाते है।माघ की शुरुवात -
हिंदू धर्म के पंचांग ( कैलेंडर ) के अनुसार इस बार माघ महीने की शुरुवात 7 जनवरी से होगी और इसका समापन 5 फरवरी को होगा । धार्मिक कथाओं के अनुसार जब इंद्रदेव को गौतम ऋषि से श्राप मिला तब इस श्राप से मुक्ति पाने के लिए गौतम ऋषि ने उनको उपाए बताया था । इस उपाए में उन्होंने माघ महीने में गंगा स्नान किया जिससे वो श्राप मुक्त हो गए ।
ऐसा कहा जाता है कि तभी से यह परंपरा चली आ रही है कि माघ महीने में अमावस्या और पूर्णिमा को गंगा स्नान करने से मनुष्य के पाप नष्ट होते है और जीवन में सुख की प्राप्ति होगी।
हर साल की तरह इस साल भी प्रयागराज में माघ मेला का आयोजन होगा।इसकी तयारी जोरो पर है। हिंदु धर्म में विशेष महत्व है ऐसे स्नान का।
हिंदू धर्म के पंचांग ( कैलेंडर ) के अनुसार इस बार माघ महीने की शुरुवात 7 जनवरी से होगी और इसका समापन 5 फरवरी को होगा । धार्मिक कथाओं के अनुसार जब इंद्रदेव को गौतम ऋषि से श्राप मिला तब इस श्राप से मुक्ति पाने के लिए गौतम ऋषि ने उनको उपाए बताया था । इस उपाए में उन्होंने माघ महीने में गंगा स्नान किया जिससे वो श्राप मुक्त हो गए ।
ऐसा कहा जाता है कि तभी से यह परंपरा चली आ रही है कि माघ महीने में अमावस्या और पूर्णिमा को गंगा स्नान करने से मनुष्य के पाप नष्ट होते है और जीवन में सुख की प्राप्ति होगी।
हर साल की तरह इस साल भी प्रयागराज में माघ मेला का आयोजन होगा।इसकी तयारी जोरो पर है। हिंदु धर्म में विशेष महत्व है ऐसे स्नान का।
न्यूज हेल्पलाइन
आयुष मिश्रा
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