Britain : ब्रिटेन की सत्ता पलटेगी, भारतीय मूल के ऋषि सुनक होंगे काबिज।।
पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय मूल के नेता ऋषि सुनक ने पहले वोट में कंजर्वेटिव सांसदों से सबसे बड़ा समर्थन हासिल किया। वोटिंग की प्रक्रिया पार्टी के नेता और यूके के प्रधान मंत्री के रूप में बोरिस जॉनसन का स्थान कौन लेगा इसके लिए कराया गया। 42 वर्षीय ऋषि सुनक ने पार्टी के 358 सांसदों में से 88 का समर्थन हासिल किया, जबकि कनिष्ठ व्यापार मंत्री पेनी मोर्डौंट 67 मतों के साथ दूसरे और विदेश मंत्री लिज़ ट्रस 50 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। शेष बचे लोगों में पूर्व समानता मंत्री केमी बडेनोच, अटॉर्नी जनरल सुएला ब्रेवरमैन, संसद की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष टॉम तुगेंदत भी शामिल हैं।
पिछले हफ्ते सुनक से वित्त मंत्री के रूप में पदभार संभालने वाले नादिम जाहवी और पूर्व विदेश मंत्री जेरेमी हंट को आवश्यक न्यूनतम 30 वोट प्राप्त करने में विफल रहने के बाद उन्हें बाहर कर दिया गया। बता दें कि पार्ल्यामेंट ऐक्ट के मुताबिक ब्रिटेन में भी पांच साल के अंतर पर आम चुनाव होते हैं। ब्रिटेन की दो बड़ी पार्टियां कंजरवेटिव और लेबर हैं।
हालांकि बोरिस जॉनसन के इस्तिफा देने के बाद अगले प्रधानमंत्री की वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। आम तौर पर जिस पार्टी की सीटें ज्यादा होती हैं वही ब्रिटेन में सरकार बनाती है। भारत की तरह वहां भी कम सीटें जीतने पर भी पार्टी अन्य पार्टियों के साथ मिलकर अल्पमत सरकार बना सकती है। इसके बाद प्रधानमंत्री पद के लिए एक प्रतिनिधि चुना जाता है जो कि पहले से भी घोषित हो सकता है। प्रधानमंत्री विभिन्न विभागों के लिए प्रभारियों की नियुक्ति करता है और उनमें से ही वरिष्ठ लोग कैबनेट में शामिल होते हैं। प्रधानमंत्री का चयन महारानी करती हैं।
पीएम के दौर में ऋषि सुनक सबसे आगे।
यूके के अगले पीएम बनने के लिए सबसे आगे चल रहे ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को साउथेम्प्टन, यूनाइटेड किंगडम में एक भारतीय परिवार में हुआ था। उनका परिवार 1960 के दशक में भारत से ब्रिटेन आ गया था। उन्होंने विनचेस्टर कॉलेज, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। सुनक ने एक सफल व्यावसायिक करियर का भी आनंद लिया है और सिलिकॉन वैली से बैंगलोर तक की कंपनियों के साथ काम किया है। वहीं सुनक ने दूसरे राउंट की वोटिंग में परचम लहराया है। इस राउंड में उन्होंने सबसे अधिक वोट हासिल की। दूसरे चरण के मतदान में वह 101 मतों के साथ विजय हुए। बता दें कि पहले राउंड की वोटिंग में सुनक को 88 वोट मिले थे। सुनक कंजर्वेटिव पार्टी के नेता और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में बोरिस जॉनसन की जगह लेने की दौड़ में अपनी पकड़ मजबूत बना ली है। वहीं, टोरी पार्टी के नेतृत्व की इस स्पर्धा में अब केवल पांच उम्मीदवार बचे हैं। भारतीय मूल की एटॉर्नी जनरल सुएला ब्रेवरमैन सबसे कम 27 मत प्राप्त होने के साथ ही इस दौड़ से बाहर हो गई हैं।
ऋषि सुनक ने कैसे शरू की राजनीतिक सफर।
यॉर्कशर के रिचमंड से सांसद ऋषि सुनक 2015 में पहली बार संसद पहुंचे थे। बता दें कि ब्रेग्जिट का समर्थन करने के चलते पार्टी में उनका कद लगातार बढ़ता चला गया और फिर ब्रिटेन की तत्कालीन प्रधानमंत्री टेरीजा मे की कैबिनेट में ऋषि ने जूनियर मिनिस्टर के तौर पर काम किया। उन्हें हमेशा से कंजरवेटिव पार्टी के एक उभरते सितारे के रूप में देखा गया।
वहीं पार्टी के कई बड़े नेता उनकी प्रशंसा भी करते रहे हैं। बोरिस जॉनसन सरकार में ऋषि सुनक ज्यादातर प्रेस ब्रीफिंग में सरकार के चेहरे के तौर पर नजर आते थे। उन्होंने कोरोना काल के दौरान ब्रिटेन को आर्थिक तंगी से उबारने में एडी चोटी का जोर लगा दिया था। कोरोना के दौर में उनकी नीतियों ने ब्रिटेन में लोगों की मजदूरी नहीं घटने दी, जिसके चलते उनकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ।
आवृत्ति आर्यन
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